E- Wallet क्या है ?
ई-वॉलेट पैसे रखने वर्चुअल पर्स है, जिसमे आप अपने लिए खरीदारी कर सकते है या सेवाओं(services) का भुगतान(payment) कर सकते है। इसे खरीदारी से पहले मोबाइल की तरह ही रिचार्ज किया जाता है। इससे खरीदारी के लिए अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड के रिकॉर्ड की जानकारी देने की जरूरत नहीं होती है।
ई-वॉलेट के प्रकार
रिज़र्व बैंक के अनुसार तीन तरह के वॉलेट होते है।
1)बंद वॉलेट(closed wallet)
2)आधा बंद वॉलेट(semiclosed wallet)
3)खुला वॉलेट(open wallet)
1) बंद वॉलेट(closed wallet)
बंद वॉलेट मे आप किसी विशेष कंपनी के उत्पादों(products) या सेवाओं(services) को खरीद सकते है। इसमें नकदी (in cash) निकालने की सुविधा नहीं मिलती। ई-कॉमर्स कंपनिया जैसे-फ्लिपकार्ट,जाबान्गॅ, और मेकमाइट्रिप.कॉम क्लोज्ड वॉलेट की पेशकश करती है। इसमें एक बार खरीदारी के बाद यदि आप वस्तु वापिस देते है तो पैसे आपके वॉलेट मे दे दिया जाता है।
2) आधा वॉलेट(semi closed wallet)
रिज़र्व बैंक के अनुसार इस वॉलेट के जरिए सामान और सेवाओं की खरीदारी के साथ ही वित्तीय(Financial) सेवाओं का भी भुगतान किया जा सकता है, जिसकी सूची पहले से तय कर दी जाती है। इस तरह के वॉलेट मे भी नकदी(in cash) निकालने की सुविधा नहीं होती है।
किस वॉलेट मे फायदा(Benefit)
यहा करे इस्तेमाल
ऑनलाइन ग्रोसरी स्टोर
इस तरह के स्टोर ई-वॉलेट की सुविधा प्रदान करते है| इसमें पैसो की सीमा 10,000 रुपये तक हो सकती है, जो अलग-अलग वेबसाइट के लिए भिन्न-भिन्न हो सकती है।
बिल भुगतान
इससे आप बिजली, फ़ोन, मोबाइल, जैसे उपयोगी बिलों का भुगतान कर सकते है। इससे सिनेमा की टिकटों की भी खरीदारी की जा सकती है।
मोबाइल पर वॉलेट
एयरटेल मनी ने ई-वॉलेट को पूरी तरह बदलकर रख दिया है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे रिचार्ज कराने पर एयरटेल उपभोक्ता को फुल टॉकटाइम मिलता है।
सावधानियाँ (precaution)
इसके पासवर्ड को सुरक्षित रखना चाहिए, इसे कही लिखें नहीं क्योंकि यदि यह किसी के हाथ लग जाता है तो वह आपका वॉलेट का इस्तेमाल कर सकता है| साथ ही याद रखें कि हर वॉलेट मे रिफंड की सुविधा नहीं होती | इसमें खरीदारी पर मिले अंको को सिर्फ दूसरी खरीदारी पर ही भुना सकते है|