केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्रों के उद्यमों(CPSEs) को तीन अलग अलग भागों महारत्न, नवरत्न और मिनिरत्न में बांटा है जिसमें भारत सरकार की 51% हिस्सेदारी होती है। वैसे इन कंपनीयों को PSU(पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग) के नाम से भी जाना जाता है। विद्यार्थियों के बीच यह सभी कंपनियां अर्द्ध सरकारी के नाम से प्रसिद्ध है।
CPSE(सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज) से संबंधित नीतियों को तैयार करने के लिए एक नोडल विभाग है जो भारत सरकार का लोक उधम विभाग होता है फिलहाल अब यह भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय का हिस्सा है। यह विभाग ही कई मापदंडों के आधार पर कंपनियों को महारत्न, नवरत्न और मिनिरत्न का दर्जा देता है। फिलहाल साल 2022 में भारत में 10 महारत्न, 14 नवरत्न और 74 मिनिरत्न कंपनियां हैं।
कंपनी को किस आधार पर “महारत्न” का दर्जा मिलता है
1) महारत्न कंपनी होने के लिए पहले से ही नवरत्न से सम्मानित किया गया हो।
2) SEBI के नियमों के अनुसार भारतीय स्टॉक मार्केट में शामिल किया गया हो।
3) पिछले 3 वर्षों के तहत कंपनी का सालाना औसत कारोबार 25000 हजार करोड़ रुपये से अधिक होना चाहिए।
4) विश्व भर में एक उच्च भूमिका होनी चाहिए।
5) पिछले 3 वर्षों के दौरान कर के बाद वार्षिक औसत लाभ 5000 हजार रुपये से अधिक होना चाहिए।
6) कंपनी की पिछले 3 बर्षों के दौरान सालाना औसत संपति 15000 हजार करोड़ रुपये से अधिक होनी चाहिए।
10 महारत्न कंपनियों की सूची
1) नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC)
2) आयल और नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC)
3) स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL)
4) भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (BHEL)
5) इंडिया आयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL)
6) पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (POWERGRID)
7) कोल इंडिया लिमिटेड (CIL)
8) भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL)
9) गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL)
10) हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL)
कंपनी को किस आधार पर “नवरत्न” का दर्जा मिलता है
कंपनी को पहले से मिनिरत्न से सम्मनित किया गया हो और नवरत्न बनाने से पहले बोर्ड के 4 स्वंत्रत सदस्य होने चाहिए। नीचे दिए मापदंडों के आधार पर कम्पनी को 100 में से 60 का स्कोर करना आवयश्क है-
कुल लाभ से कुल मूल्य –
सेवाओं या उत्पादन की लागत के लिए मैनपॉवर की कॉस्ट
मूल्य में कमी, ब्याज और करों से पहले लाभ
सर्विस की कॉस्ट
प्रति शेयर के अनुसार कमाई
लगाई गई पूंजी
14 नवरत्न कंपनियों की सूची
1) हिदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)
2) भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL)
3) नेशनल एल्युमिनिय कंपनी (NALCO)
4) NLC इंडिया लिमिटेड (NLCIL)
5) इंजीनियर इंडिया लिमिटेड (EIL)
6) आयल इंडिया लिमिटेड (IOL)
7) राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL)
8) रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन (REC)
9) कंटेनर कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड (CONCOR)
10) महानगर निगम इंडिया लिमिटेड (MTNL)
11) पावर फाइनेंस कारपोरेशन (PFC)
12) नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (NBCC)
13) नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन (NMDC)
14) शिपिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया (SCI)
कंपनी को मिनिरत्न का दर्जा किस आधार पर दिया जाता है
मिनिरत्न कंपनी को दो केटेगरी में बांटा गया है
74 मिनिरत्न कंपनियों की सूची
मिनिरत्न की सूची- 1
1) एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया
2) एंट्रिक्स कारपोरेशन लिमिटेड
3) बलमेर लावेरी कारपोरेशन लिमिटेड
4) भारत कोकिंग कॉएल लिमिटेड
5) भारत डायनमिक्स लिमिटेड
6) भारत एरथ मूवर्स लिमिटेड
7) भारत संचार निगम लिमिटेड
8) महानगर टेलीकॉम निगम लिमिटेड
9) ब्रिज एंड रूफ कारपोरेशन लिमिटेड
10) सेंट्रल वेयरहाउसिंग कारपोरेशन
11) सेंट्रल कोलफील्ड कारपोरेशन
12) चेन्नई पेट्रोलियम कारपोरेशन
13) कोचिंन शिपयार्ड
14) कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
15) ड्रेजिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया
16) एजुकेशनल कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड
17) कामराजर पोर्ट
18) गार्डन रीच शिपबिल्डर और इंजीनियर
19) गोआ शिपयार्ड
20) हिंदुस्तान कारपोरेशन
21) हिंदुस्तान लैटेक्स लिमिटेड
22) हिंदुस्तान न्यूजप्रिंट
23) हाउसिंग और अर्बन डेवेलपमेंट कारपोरेशन
24) HSSC
25) इडियन डेरी मशीनरी कंपनी लिमिटेड
26) इंडियन पोर्ट रेल कारपोरेशन लिमिटेड
27) इंडियन टूरिस्ट डेवलपमेंट कारपोरेशन
28) इंडियन ट्रेड प्रमोशन आर्गेनाईजेशन
29) इंडियन रेयर एरथ
30) इंडियन रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉर्पोरेशन
31) इंडियन रिन्यूअल एनर्जी डेवेलपमेंट एजेंसी
32) इंडियन इम्युनोलॉजिकल लिमिटेड
33) इरकॉन इंटरनेशनल
34) कुद्रेमुख आयरन ओरे कम्पनी
35) मज़गोंन डॉक लिमिटेड
35) महानदी कोलफील्ड
36) मैंगनीज ओरे इंडिया लिमिटेड
37) मंगलोर रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल लिमिटेड
38) मिश्रा धातु निगम
39) मेटल और मिनरल ट्रेडिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया
40) मेटल स्क्रेप ट्रेड कारपोरेशन लिमिटेड
41) नेशनल फ़र्टिलाइज़र
42) नेशनल स्माल इंडस्ट्रीज कॉपोरेशन लिमिटेड
43) नेशनल सीड कारपोरेशन
44) नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन
45) नॉर्थरन कोलफील्ड
46) नार्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन लिमिटेड
47) नुमालीगढ़ रिफाइनरी
48) आयल और नेशनल गैस कारपोरेशन विदेश
49) पवन हंस
50) प्रोजेक्ट और डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड
51) रेलटेल कारपोरेशन ऑफ इंडिया
52) रेल विकास निगम लिमिटेड
53) राष्ट्रीय केमिकल और फ़र्टिलाइज़र
54) रेल इंडिया टेक्निकल और इकनॉमिक सर्विस लिमिटेड
55) रामगुंदम फ़र्टिलाइज़र और केमिकल लिमिटेड
56) SJVN लिमिटेड
57) सिक्योरिटी प्रिंटिंग और मींटिंग कॉरपोरशन ऑफ इंडिया
58) साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड
59) स्टेट ट्रेडिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया
60) टेलीकम्यूनिकेशन कंसलटेंट इंडिया
61) टेहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड
62) वेस्टर्न कोलफील्ड
63) आर्टिफीसियल लिमिब मैन्युफैक्चरिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया
64) भारत पंप और कंप्रेसर
65) ब्रॉडकास्ट इंजिनीरिंग कंसल्टेंट इंडिया
66) सेंट्रल रेलसाइड वेयरहाउस कंपनी
67) इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट लिमिटेड
68) FCI अरविल जिप्सम और मिनरल इंडिया लिमिटेड
69) फरो स्क्रैप निगम लिमिटेड
70) हिंदूस्तान मशीन टूल लिमिटेड
71) इंडियन मेडिसिन और फार्माएक्यूटियाल कारपोरेशन लिमिटेड
72) मेटलर्जिकल और इंजिनीरिंग कंसलटेंट लिमिटेड
73) नेशनल फिल्म डेवेलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड
74) राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंट लिमिटेड
FAQ
Q. PSU औऱ सरकारी कंपनी में क्या अंतर होता है?
Ans. PSU ऐसी कंपनी है जिसमें सरकार की 51% हिस्सेदारी होती है जबकि किसी भी सरकारी सेक्टर में सरकार का पूर्ण अधिकार होता है।
Q. भारत में कितनी प्रकार की PSU कंपनी है?
Ans. PSU को तीन भागों में बाँटा गया है: महारत्न-10, नवरत्न-14, मिनिरत्न- 74
Q. BPCL सरकारी या निजी कंपनी है?
Ans. BPCL में सरकार की 53.3% हिस्सेदारी है साल 2019 में सरकार ने अपनी हिस्सेदारी बेचना का फैसला लिया था जिसके लिए साल 2020 में बोली भी लगाई थी लेकिन कोरोना के चलते इसके बेचने की व्यवस्था वही रुक गई । फिलहाल अभी तक यह कंपनी सरकार के ही पास है।